छत्तीसगढ़ की कलाधानी जिला रायगढ़ के तमनार ब्लाक में आयोजित पत्रकार कवि एवं किसान सम्मान समारोह में मुण्डाडीह फरसाबहार से पधारे श्रृंगार रस के वरिष्ठ कवि व विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री निरंजन साय जी को सैकड़ों गुलदस्ता एवं हार पहना कर आसु कवि के रूप में भव्य स्वागत किया गया, वहीं सुरंग पानी पत्थलगांव से पधारे आध्यात्म कवि जगबंधु राम यादव “डमरू” एवं गोसाईं डीह लैलूंगा से पधारे श्रृंगार रस की कवयित्री श्रीमती रश्मि मंजुला पण्डा को उत्कृष्ट काव्य पाठ हेतु सम्मानित किया गया ।

आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है जिसे ध्यान रखते हुए सभी कवि एवं कवयित्री अपने प्रतिनिधि रचनाओं , वर्तमान परिस्थितियों की कविता, बेटियों पर कविता पढ़े।
लोकतंत्र के चौथे आधारस्तम्भ के रूप में पत्रकारिता को एवं पत्रकारों को अपने कविता को आधार बनाकर खूब सराहना किया
। श्रोताओं के बीच एक से बढ़कर एक रचना पढ़कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया

। कार्यक्रम के अध्यक्षता करने वाले श्री अश्विनी पटनायक जी ने कहा काव्य रूपी गंगा हमारे छत्तीसगढ में आदिकाल से बहती आ रही है इसे अक्षुण्ण बनाए रखना अति आवश्यक है। हमारे कवि बंधु इस संस्कृति का निर्वहन बखूबी करते आ रहे हैं हम इस पुण्य कार्य से प्रसन्नचित होकर बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं देते हैं।