इलेक्ट्रॉनिक कांटा की पूजा के साथ किया गया धान तौलाई
जिले के 50 हजार 953 किसान अपना धान बेचेंगे
अच्छी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए किसानों ने मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद
जशपुरनगर 22 नवम्बर 2024/मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय एवं छत्तीसगढ़ शासन के दिशा निर्देश अनुसार धान खरीदी महाअभियान की शुरूआत जशपुर जिले में भी हो चुकी है। जिले उपार्जन केंद्र भगोरा, तमता और चोंगरीबहार में धान बेचने आए किसानों का पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया गया। इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक कांटा की भी पूजा अर्चना कर धान की तौलाई शुरू की गई। जिले में अब तक 437.20 क्विंटल धान की खरीदी हुई है। इनमें फरसाबहार विकासखंड के धान उपार्जन केंद्र भगोरा में 220 क्विंटल, चोंगरीबहार में 49.20 क्विंटल और पत्थलगांव विकासखंड के तमता धान खरीदी केंद्र में 168 क्विंटल धान खरीदी हुई है।
खाद्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज 22 नवम्बर को फरसाबहार विकासखण्ड के भगोरा धान खरीदी केन्द्र में मुंडाडीह के किसान निरंजन साय ने 220 क्विंटल, पत्थलगांव विकासखंड के धान खरीदी केन्द्र तमता में किसान बनेसियुस खलखो ने 124 क्विंटल एवं किसान लोहरी ने 44 क्विंटल धान बेचा।
इसी प्रकार विगत दिवस फरसाबहार विकासखंड के चोंगरीबहार के दो किसान श्री परशुराम चक्रेश और बचन राम चौहान धान उपार्जन केंद्र धान विक्रय हेतु पहुंचे थे। किसान परशुराम चक्रेश से 23.20 क्विंटल और बचन राम चौहान से 26.00 क्विंटल धान कि खरीदी हुई है। किसानों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि धान खरीदी केंद्रों में किसानों के लिए अच्छी व्यवस्था की गई है। पेयजल, शौचालय, छाया सहित सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराया गया है। किसानों ने प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीदी के निर्णय के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया और संतुष्टि जताई।
उल्लेखनीय है कि खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के दौरान राज्य के किसानों से धान की खरीदी 14 नवंबर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक की जाएगी। धान खरीदी के लिए जिले में 46 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। जिनमें जिले के 50 हजार 953 किसान अपना धान बेचेंगे। वर्ष 2023-24 की तुलना में इस वर्ष पंजीकृत किसानों की संख्या में 06 हजार 162 की वृद्धि हुई है एवं नवीन रूप से 10 हजार 350 हेक्टेयर रकबे का पंजीयन हुआ है। इस वर्ष धान खरीदी की अधिकतम सीमा 21 क्विंटल प्रति एकड़ निर्धारित की गई है। जिससे जिले के किसानों में धान खरीदी को लेकर खासा उत्साह का माहौल है। समितियों द्वारा सोमवार से शुक्रवार तक शासकीय अवकाश दिवस को छोड़कर धान खरीदी की जाएगी।