जशपुर
छत्तीसगढ़ रत्न सम्मान समारोह छत्तीसगढ़ राज्य का एक प्रतिष्ठित सम्मान है, जिसमें राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है। इस सम्मान समारोह का मुख्य उद्देश्य राज्य की सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक उन्नति में योगदान देने वाले व्यक्तियों को पहचानना और उनके प्रयासों को सराहना देना है। इस तरह के सम्मान समारोहों का आयोजन राज्य में प्रेरणा का संचार करता है, जिससे युवा पीढ़ी भी समाज सेवा, शिक्षा और उन्नति की दिशा में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित होती है।
छत्तीसगढ़ रत्न सम्मान समारोह का आयोजन मुख्य रूप से उन व्यक्तियों को सम्मानित करने के लिए किया जाता है, जिन्होंने छत्तीसगढ़ के विकास, संस्कृति और पहचान को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस सम्मान समारोह का उद्देश्य केवल व्यक्तियों का सम्मान करना ही नहीं है, बल्कि उनके कार्यों और योगदान को समाज के सामने प्रस्तुत करना भी है ताकि अन्य लोग भी प्रेरित हो सकें। सम्मान समारोह में विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार दिए जाते हैं, जिनमें साहित्य, कला, संस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज सेवा, कृषि, खेल और विज्ञान जैसे क्षेत्र शामिल होते हैं। संकल्प शिक्षण संस्थान किसी परिचय का मोहताज नहीं है इस संस्था में काम करने वाली शिक्षिकाओं में से ज्योति श्रीवास्तव, ममता सिन्हा और सीमा गुप्ता को इस पुरस्कार से नवाजा गया। ज्योति श्रीवास्तव को यह पुरस्कार शिक्षा में , ममता सिन्हा को साहित्य एवं शिक्षा में और सीमा गुप्ता को शिक्षा एवं समाज सेवा में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया गया। यह तीनों ही शिक्षिकाएं अपने-अपने क्षेत्र में शुरुआत से ही बेहतर प्रदर्शन करती आ रही हैं इन्हें यह पुरस्कार मिलने पर संस्था के प्राचार्य विनोद गुप्ता एवं यशस्वी जशपुर के संजीव शर्मा , अवनीश पांडेय संकल्प के अश्विनी सिंह , दिलीप सिंह , प्रभात मिश्रा , दीपक ग्वाला, राजेंद्र प्रेमी , शांति कुजुर , मनीषा भगत द्वारा बधाई दी गई एवं खुशी जाहिर की । छत्तीसगढ़ रत्न सम्मान समारोह अंबिकापुर में छत्तीसगढ़ के पहरेदार अखबार एवं वेब पोर्टल के माध्यम से प्रदान किया जाता है। समाज में किए गए छोटे-बड़े सभी योगदानों का महत्व है और इन्हें अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए। इस सम्मान का प्रभाव समाज में दूरगामी होता है। इससे न केवल सम्मानित व्यक्तियों का मनोबल बढ़ता है, बल्कि वे समाज की सेवा में और अधिक जोश और लगन से जुटते हैं।