यूथ सिख सेवा समिति भिलाई की कोर कमेटी एवं सदस्यों की परिचयात्मक बैठक रामनगर स्थित एक सभागार में अध्यक्ष श्री इंदरजीत सिंघ छोटू जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इसमें समिति के पांच बिन्दुओं के अलावा सभी सदस्यों ने अपने अपने सुझाव रखें। इस दौरान अध्यक्ष इंदरजीत सिंघ छोटू जी ने सभी को मिले अपने दायित्वों को पूरी जिम्मेदारी के साथ निर्वहन करने कहा। इस दौरान उन्होंने समाज के उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल एवं शिक्षा पर अधिक फोकस समिति करेगी। अब जल्द ही समिति का बैंक एकाउंट एवं क्यूआरकोड शुरू होने जा रहा है। समिति जो कर रही है, वह सेवा का कार्य है, जिसमें आप सबकी सहभागिता जरूरी है। विवाह योग्य युवक युवतियों के रजिस्टे्रशन फार्म सभी गुरूद्वारा प्रबंधन कमेटियों के कार्यालयों में उपलब्ध है, जो भी जरूरतमंद है वह वहां से फार्म लेकर उसे भरकर जमा करें, उसके बाद कोर कमेटी उसके विषय में निर्णय करेगी और बैशाखी पर्व के बाद विवाह तिथि की घोषणा करके दस से लेकर 50 जोडों का विवाह समिति करायेगी। विवाह में उन्हें किन सामानों को देना है, उसको भी कोर कमेटी इस संबंध में अपना निर्णय लेगी, वही लंगर का पूरा खर्चा समिति करेगी और नवविवाहिता को समिति अपनी ओर से सिलाई मशीन भी देगी। इसके अलावा खेल में राष्ट्रीय, अंर्तराष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय के साथ ही जिला स्तरीय खेलों में अपनी अच्छी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे है, उनको चिन्हांकित करना है, जो प्रतिभावान तो हैं लेकिन आर्थिक आभाव के कारण वह खेल में आगे नही बढ़ पा रहे है, उन्हें चिन्हांकित करके उनकी मदद करके उन्हें आगे बढाना है, उनको जूते, ट्रेकसूट व जो भी खेल सामग्री है वह समिति उनको उपलब्ध करायेगी। इसी तरह समाज के ऐसे लोग जो आर्थिक रूप से कमजोर है, उनके शिक्षा का खर्च भी समिति वहन करेगी उनको कपडे, कॉपी पुस्तकों से लेकर सभी प्रकार की सामग्री समिति प्रदान करेगी। वहीं उच्च शिक्षा के लिए जिसमें आईएएस, आईपीएस, इंजीनियरिंग जैसे बड़े कोर्स के लिए भी समिति पहल कर जरूरत मंद छात्रों को चिन्हांकित करके उन्हें भी आर्थिक मदद प्रदाय किया जायेगा ताकि ऐसे होनहार छात्र ऊंचे स्तर पर पहुंचकर समाज का नाम रौशन कर सके और समाज को कुछ दे सके। नशा मुक्ति के लिए भी समिति कार्य करेगी और ऐसे लोगों को भी चिन्हांकित करेगी, जिससे वह नशा छोड़कर समाज के मुख्य धारा से जुड़ सके। उन्होंने अपील किये कि लोग लाईफ टाईम मेंबर बने। साधारण सदस्य बने, अब तक समिति में एक हजार से अधिक सदस्य बनाये जा चुके हैं। सिक्ख समाज से जुडा हर व्यक्ति हर महिने दो सौ एवं अपनी क्षमता के अनुसार उससे अधिक राशि समिति को प्रदान कर सकते है। पूरी पारदर्शिता के साथ हमारी समिति कार्य कर रही है, किसी भी प्रकार का लेन देन बैंक के माध्यम से उसका ट्रांस्जेक्शन एवं चेक के माध्यम से होगा। दुर्ग भिलाई में गुरूद्वारों के डेव्हलपमेंट पर भी समिति अपना सहयोग प्रदान करेगी। अभी हाल ही में केम्प एक व खुर्सीपार में बेबे नानकी गुरूद्वारा में भी कारसेवा कर सहयोग किया गया है। बच्चों में गुरूमुखी का अधिक से अधिक प्रचार और ज्ञान हो इसके लिए समर केम्प लगाये जायेंगे। समिति अपने पाँच उद्देश्यों को लेकर जिस प्रण के साथ आगे बढ रही है, उसे आगे बढाने में सभी के सहयोग एवं मदद की अपेक्षा करता हूं। बैठक में अध्यक्ष श्री इंदरजीत सिंघ छोटू , श्री जसवंत सिंघ सैनी, श्री मलकीत सिंघ, श्री रंजित सिंघ, श्री हरनेक सिंघ सैनी, श्री करमजीत सिंघ बेदी, श्री पवितर सिंघ, श्री सरवन सिंघ सम्मी, श्री विक्रम सिंघ, श्री सोम सिंघ, श्री मनमीत सिंघ बेदी, श्री हरपाल सिंघ, श्री गुरप्रीत सिंघ हंस, श्री मंजीत सिंघ, श्री अवतार सिंघ, श्री जसदेव सिंघ जब्बल, श्री निर्मल सिंघ धारीवाल, श्री इंदरजीत सिंघ सैनी, श्री जसबीर सिंघ वेगल, श्री तरलोचन सिंघ सिद्धू , श्री मनजीत सिंघ , श्री मनीष सहरन , श्री हरप्रीत भाटिया, श्री जसविंदर सिंघ, श्री एच.पी. सिंघ उप्पल, श्री गुरमित सिंघ, श्री परमजीत सिंघ गिल, श्री निशांत सिंघ, रानी कौर जी , सरवजीत कौर जी , निर्मल सिंघ जी, सलबिंदर कौर जी, मेरिक सिंघ जी, दलबीर कौर जी, संतोष कौर जी, कमलजीत कौर जी, कुलवंत कौर जी, परमजीत कौर जी, रसपाल कौर जी ,अमन सिंघ जी, अर्चना कौर जी, परमजीत सिंघ जी, धरमवीर सिंघ जी, हरजिंदर सिंघ जी, कपिल देव संगोत्रा जी और समिति के अन्य सभी सदस्य शामिल थे।