सफलता की कहानी
जशपुरनगर 24 नवम्बर 2024/महिलाओं की सफलता केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं होती, बल्कि यह समाज में बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जब एक महिला आत्मनिर्भर बनती है, तो वह न केवल अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारती है, बल्कि अन्य महिलाओं को भी प्रेरित करती है। उनकी मेहनत और दृढ़ निश्चय यह साबित करता है कि अवसर और सही दिशा मिलने पर महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ सकती हैं। महिलाओं की सफलता, चाहे वह शिक्षा, व्यवसाय, या समाज सेवा में हो, समाज में समानता और सशक्तिकरण का प्रतीक बनती है। उनकी कहानियां अन्य महिलाओं के लिए उम्मीद की किरण और प्रेरणा का स्रोत बन जाती हैं। इसी तरह फरसाबहार विकासखंड के ग्राम पंचायत तपकरा की श्रीमती अनीता किस्पोट्टा ने अपने दृढ़ निश्चय और बिहान योजना के माध्यम से अपने जीवन को एक नई दिशा दी है। आज वे न केवल खुद आत्मनिर्भर हैं, बल्कि अन्य महिलाओं को भी प्रेरित कर रही हैं।
बिहान समूह से जुड़कर बदली अपनी तकदीर
अनीता किस्पोट्टा चमेली महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य हैं, जिसमें कुल दस महिलाएं जुड़ी हुई हैं। इस समूह से जुड़ने के बाद अनीता को नई संभावनाएं मिलीं। उन्होंने अब तक समूह के माध्यम से विभिन्न योजनाओं के तहत 10 लाख रुपये का लोन लिया। जिसमें से तीन लाख रुपये का उपयोग अपने छोटे व्यवसाय को शुरू करने और उसे बढ़ाने में किया।
शुरुआती दिनों में अनीता तपकरा और आसपास के साप्ताहिक बाजारों में मनिहारी का सामान बेचती थीं। छोटे पैमाने पर शुरू किया गया यह व्यवसाय उनकी मेहनत और लगन के दम पर धीरे-धीरे बड़ा हुआ।
व्यवसाय में सफलता का परचम
आज अनीता खुदरा के साथ-साथ थोक में भी मनिहारी सामान बेचती हैं। उनकी वार्षिक आय अब पाँच लाख रुपये तक पहुँच चुकी है। इस आय से उन्होंने अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया, अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाई और जीवन स्तर को बेहतर बनाया।
महिलाओं को सशक्त बनाने का संकल्प
अनीता का कहना है, “बिहान समूह ने मुझे आत्मनिर्भर बनने का साहस दिया और मेरे सपनों को पूरा करने का रास्ता दिखाया।” आज वे अपनी सफलता से अन्य महिलाओं को प्रेरित कर रही हैं और उन्हें सशक्त बनने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं। उनकी कहानी आसपास की महिलाओं के लिए उम्मीद और प्रेरणा का स्रोत बन गई है।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का आभार
अनीता ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का धन्यवाद करते हुए कहा बिहान जैसी योजनाओं ने न केवल मेरे जीवन को बदल दिया, बल्कि हजारों महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर दिया है।