जशपुर. आज को विकासखण्ड बगीचा में चल रहे एफ एल एन आधारित प्रशिक्षण के चतुर्थ चरण के द्वितीय दिवस में सरगुजा संभाग के संयुक्त संचालक संजय गुप्ता आकस्मिक निरीक्षण के लिए पहुंचे,जहाँ सेजेस भवन में चल रहे बगीचा जोन एवम महादेवडाँड़ जोन के प्रतिभागियों से चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि एफएल एन के लक्ष्यों को आगामी 3 वर्षो में पूरा करना है।बच्चों के घर की भाषा को स्कूलों में पर्याप्त महत्व देते हुए स्कूल की भाषा के साथ जोड़ कर सीखने-सिखाने की प्रक्रिया को प्रभावी बनाना है।प्रत्येक शिक्षक को अपने व्यक्तित्व को प्रभावी बनाने के लिए सदैव ही चिंतन-मनन करते रहना चाहिए।सभी शिक्षको को स्वयं प्रसन्न रहकर विधालय परिसर में प्रशन्नता का वातावरण निर्मित करना चाहिए।जिससे बच्चे स्कूलो में अपने आप को सहज महसूस करे।सभी शिक्षको को समय का पाबंद होना चाहिए।नई शिक्षा नीति 2020 एवम NCF 2022 FS में निहीत तत्वों को विधालयों में सफलता पूर्वक क्रियान्वयन करना है।
इसके पश्चात डाईट प्राचार्य एम जेड यू सिद्दीकी ने प्रशिक्षण में शामिल शिक्षको को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमे आगामी तीन वर्षों में एफएल एन के लक्ष्यों को हासिल करना है बच्चों के समझ के स्तर को बढ़ाते हुए मूर्त से अमूर्त के अनुभवों को जोड़कर शैक्षणिक गतिविधि कराया जाना चाहिए जिससे बच्चे आसानी से समझ सके।बच्चों के अपने परिवेश के अनुभवो को पर्याप्त महत्व देते हुए सरल सहज भाषा मे शैक्षणिक गतिविधि कराया जाना चाहिए। इस दौरान डाईट के प्रशिक्षण प्रभारी आर बी चौहान , विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी एम आर यादव , बी आर सी कृष्ण कुमार राठौर , ए बी ई ओ दिलीप टोप्पो , एम आई एस कॉर्डिनेटर ममता शर्मा,सेजेस प्राचार्य सुदर्शन पटेल और व्याख्याता एफ आर यादव सर,डी आर जी बनारसी यादव,सुरेश कुमार यादव,मीनू सिंह , जगमोहन राम, श्रीमती आरती मधु एक्का,श्रीमती अरुणा कुजूर उपस्थित थे।