पत्थलगांव
चार सहिबजादेयों ,माता गुजरी जी एवम अन्य सिक्खों की शहीदी को समर्पित 27 दिसंबर को श्री गुरुद्वारा साहिब के प्रांगण में रात्रि कालीन शब्द कीर्तन कविता का दिवान सजाया गया,
मुगलों के अत्याचार से धर्म रक्षा हेतु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की माता जी ,चार सहिबजादेयों सहित अनेक सिख शहीद हो गए थे 21 दिसंबर से 28 दिसंबर तक सिक्ख समाज शहीदी हफ्ता मनाते हुए सभी मांगलिक कार्य पर रोक लगाकर भक्ति भाव मे रहकर शहीदों को नमन करते है,
पत्थलगांव श्री गुरु सिंघ सभा मे इस शहीदी हफ्ते में रोजाना दिवान लगाकर शहीदों को याद किया गया,इतिहास पर चर्चा की गई,जिसमे हजूरी ज्ञानी छतर सिंघ जी जत्था सहित पंजाब से आये भाई लखविंदर सिंघ जी कविशर जत्था एवम संगत की ओर से भी पाठ, कविताएं,शब्द गायन किये गए,
27 दिसंबर को खुले प्रांगण में दिवान सजाकर ज्ञानी जी एवम संगत ने शहीदों की वीर गाथाओं सहित बैरागमयी कार्यक्रम प्रस्तुत कर शहीदों को नमन किया गया।कार्यक्रम का संचालन सरदार रविन्द्र सिंघ भाटिया द्वारा किया गया।
इस शहीदी सप्ताह के दौरान प्रधान सरदार इंदरजीत सिंघ,सहित सरदार हरजीत सिंह,सरदार सिंदर सिंघ,सरदार कुलविंदर सिंघ, सरदार मंजीत सिंह,सरदार देवेन्द्र सिंह,सरदार परमजीत सिंह,सरदार अमरजीत सिंह,सरदार गुरुशरण सिंघ,सरदार गुरदयाल सिंघ, सरदार दलजीत सिंह, सरदार प्रितपाल सिंघ,सरदार गुरविंदर सिंघ,सरदार गुरचरण सिंघ,सरदार गुरमीत सिंह,सरदार हरवंत सिंघ, सरदार सरनजीत सिंघ,सरदार गुरजीत सिंघ,सरदार सतविंदर सिंघ,सरदार रणदीप सिंघ,एवम समाज की लेडीज विंग,युथ विंग ने समस्त कार्यक्रम में हाज़िर रहे।