पत्थलगांव-23 अप्रैल की रात आये तेज आंधी तूफान से लोकसभा निर्वाचन हेतु प्रस्तावित मतदान केंद्र प्राथमिक शाला रैरुमा कला की एस्बेस्टस निर्मित छत भी उड़ गई रात होने के कारण कोई दुर्घटना नही हुई वही पत्थलगांव क्षेत्र के सुखरापारा, किलकिला,इला,खरडोडी,करमी टिकरा क्षेत्र में आम,महुआ जैसी फसलों को भारी नुकसान किसानों का हुआ है तथा अनेक घरों की छप्पर भी अस्तव्यस्त हो गयी है,
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तेज आंधी से रैरूमकला सुखरापारा के प्राथमिक शाला की छप्पर जो कि सीमेंट(एस्बेस्टस)चद्दर की लगी हुई थी तथा स्कूल में लगी पानी टंकी भी उड़कर दूर चली गयी जिससे अगर स्कूल संचालित होते तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी वह टल गई,
उल्लेखनीय है कि सर्व शिक्षा अभियान सहित राज्य एवम केंद्र की योजनाओं के साथ,जिले में खनिज फंड के भंडार होने के बावजूद करीबन 50 वर्ष पूर्व से निर्मित कच्ची मिट्टी की जुड़ाई के भवन में छोटे बच्चों के विद्यार्थियों का अध्यापन कराया जाता है
पता नही विद्यालय के शिक्षकों,beo, संकुल ,अथवा आला अधिकारियों की नजर इस विद्यालय के भवन के उन्नयन पर क्यों नही पड़ी,अपितु इस कच्चे निर्माण के मरम्मत हेतु लाखो रुपये कुछ वर्षों के अंतराल में खर्च किये जाने की भी जानकारी है,
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कुछ वर्ष पूर्व भी ऐसी ही लीपापोती की बात सामने आ रहीं है,जितने पैसे इस मरम्मत कार्यो पर खर्च किये जा रहे है उतनी राशि मे भव्य नया भवन बच्चों को मिल सकता था,लीपापोती किये गए खर्चों की जांच अपेछित है
, अब देखना होगा कि सात मई को मतदान होना है इससे पहले कब तक भवन को उपयोग हेतु तैयार किया जावेगा,यह प्रश्न इसलिए भी जरूरी हो गया कि 20 घण्टे बीत जाने के बाद भी न ही विद्यालय के स्टाफ ओर न ही किसी अधिकारी के भवन की स्थिति को देखने आने की जानकारी इन पंक्तियों के लिखे जाने तक नही है।