जशपुर
विद्यार्थी विज्ञान मंथन जो कि भारत की सबसे बड़ी डिजिटल बेस्ड विज्ञान प्रतिभा खोज परीक्षा है के तीसरे चरण में राज्यस्तरीय कैंप के लिए पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय अंबिकापुर के 4 छात्रों का चयन किया गया है। पूरे भारत के साथ साथ अरब देशों में भी आयोजित की जाने वाली इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य छात्रों में विज्ञान को लेकर उत्सुकता उत्पन्न करना और भारत के वैज्ञानिकों के योगदान को विशेष रूप से रेखांकित करना हैं। इस परीक्षा के प्रथम दो चरण ऑनलाइन माध्यम से आयोजित किए गए इस परीक्षा में पूरे प्रदेश के छात्रों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया था जिसमें सरगुजा संभाग के विद्यार्थी भी शामिल थे। जशपुर जिले के छात्रों ने विशेष उत्साह दिखाते हुए प्रदेश में सबसे अधिक रजिस्ट्रेशन का रिकॉर्ड कायम किया था। तथा स्टेट लेवल कैंप के लिए भी सात छात्रों ने अपना स्थान सुनिश्चित किया है।विशेष बात यह है कि एक कक्षा से मात्र 25 छात्रों का चयन ही प्रदेश स्तर पर होता है। ये सभी चयनित विद्यार्थी शासकीय विद्यालयों से है जिन्होंने प्रदेश के बड़े व नामी प्रायवेट स्कूलों के छात्रों से प्रतिस्पर्धा करते हुए अपना स्थान बनाया है इस संदर्भ में जिला प्रशासन ने भी यशस्वी मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जी की मंशा अनुरूप जिले में वैज्ञानिक सोच का विस्तार विद्यार्थियों के बीच करने तथा शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हेतु अथक प्रयास किए जिसका परिणाम इस रूप में दृष्टिगोचर हो रहा है। जशपुर के कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने भी छात्रों के लिए रजिस्ट्रेशन हेतु विशेष अभियान चला कर हर संभव सहयोग प्रदान किया था। उसके पश्चात द्वितीय एवं तृतीय चरण में भी बड़ी संख्या में क्वालीफाई करते हुए राज्य स्तर पर 7 छात्रों ने स्थान बनाया है। इस परीक्षा का अगला चरण स्टेट लेवल कैंप आगामी 4 जनवरी को बिलासपुर में आयोजित किया जाएगा। विद्यार्थी विज्ञान मंथन सरगुजा संभाग के कॉर्डिनेटर विवेक पाठक ने भी संभाग के सभी सफल विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी हैं तथा स्टेट के बाद अब राष्ट्रीय स्तर पर भी चयनित होने की आशा व्यक्त की है।
इसी तारतम्य में पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय अंबिकापुर में 8 दिसंबर को एक कार्यक्रम आयोजित कर सभी सफल विद्यार्थियों सान्निध्य गुप्ता( कक्षा 9) आरिन एक्का( कक्षा 11) गगन रजवाड़े ( कक्षा 11) तथा वंदित पैकरा ( कक्षा )
का सम्मान एवं उत्साह वर्धन प्राचार्य श्री राजेश प्रसाद तथा अन्य शिक्षकों द्वारा किया गया।

