
जशपुर।
जिले के समस्त अशासकीय, अनुदान प्राप्त हाई और हायर सेकेंडरी विद्यालयों, जिनका विगत वर्ष का बोर्ड परीक्षा परिणाम 85% से कम रहा है, वहां के प्राचार्यों की यशस्वी जशपुर कार्यक्रम के तहत समीक्षा बैठक संकल्प शिक्षण संस्थान जशपुर में आयोजित हुई। जिसमें बोर्ड परीक्षा में शत् प्रतिशत परीक्षा परिणाम प्राप्त करने के विषयों पर चर्चा हुई।
जिला शिक्षा अधिकारी पी के भटनागर ने बैठक में नाराजगी जताते हुए कहा कि कुछ स्कूलों के खराब बोर्ड परीक्षा परिणाम की वजह से जिला का समग्र परीक्षा परिणाम प्रभावित हो रहा है। इस वर्ष भी जशपुर जिलों को पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर लाने का लक्ष्य है। इसके लिए रणनीति के साथ मिशन मोड पर कार्य करना होगा। कमजोर विद्यार्थियों की प्रोफाइल बनाकर अध्यापन कार्य सुनिश्चित किया जाना है।
पिछले वर्ष की भांति ही इस वर्ष भी जिले का परीक्षा परिणाम अव्वल रहेगा, यह विश्वास जताते हुए यशस्वी जशपुर के नोडल अधिकारी विनोद गुप्ता ने बोर्ड परीक्षा परिणाम, पाठ्यक्रम पूर्णता, बच्चों की नियमित उपस्थिति के साथ बोर्ड परीक्षा के ब्लूप्रिंट के आधार पर विद्यालय अभ्यास कार्य आदि के संबंध में विस्तृत चर्चा की। कोई भी विद्यार्थी फेल न हो और प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हो, इस उद्देश्य के साथ शत प्रतिशत परिणाम के लक्ष्य के अनुरूप विद्यालय में अध्यापन और प्रतिदिन तीन विषयो के नब्बे मिनट के कालखंड में ब्लूप्रिंट के आधार पर विभिन्न अंकों के प्रश्नों के उत्तर लिखने पर बात हुई। इस अभ्यास कार्य के साथ ही विद्यार्थियों को गलत उत्तर के प्रश्नों पर आधारित कॉन्सेप्ट्स भी समझाने के विषय पर चर्चा की। प्राचार्य को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि इच्छा शक्ति से हर लक्ष्य को पाना संभव होता है, आप पूरे मन से प्रयास करें तो शत प्रतिशत परीक्षा परिणाम प्राप्त करना बिल्कुल संभव होगा।
समीक्षा बैठक में यशस्वी जशपुर के संजीव शर्मा और अवनीश पाण्डेय भी उपस्थित रहे।

