प्रेरणा, परिश्रम और नेतृत्व की मिसाल होते हैं प्राचार्य: विनोद गुप्ता
जशपुर नगर
ज़िला कलेक्टर रोहित व्यास एवं ज़िला पंचायत के सीईओ अभिषेक कुमार के मार्गदर्शन और शिक्षा विभाग के प्रभारी अधिकारी प्रशांत कुशवाहा एवं जिला शिक्षा अधिकारी पी के भटनागर के निर्देशन में शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन हेतु यशस्वी जशपुर कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला आज प्राचार्यो के प्रशिक्षण के साथ प्रारंभ हुआ।
यशस्वी जशपुर के नोडल अधिकारी विनोद गुप्ता ने आज प्राचार्यों को नेतृत्व क्षमता एवं व्यक्तित्व विकास के विषय पर प्रशिक्षित किया। इस कार्यशाला में न केवल उनके ज्ञान को ताजा किया, बल्कि उन्हें एक बार फिर यह याद दिलाया कि स्कूल की दिशा और दशा का निर्धारण उनके कुशल नेतृत्व पर निर्भर करता है। मैस्लो के पिरामिड सिद्धांत के साथ और माइंड मैपिंग के अंतर्गत कंफर्ट जोन, फीयर जोन, लर्निंग जोन और ग्रोथ जोन जानकारी देते हुए यह बताया कि कंफर्ट जोन से निकलकर कैसे ग्रोथ जोन में आकर बेहतर प्रोडक्टिविटी के साथ विद्यालयीन शिक्षा गुणवत्ता वृद्धि की जा सकती है। कार्यशाला में यह भी बताया गया कि “जीवन में खुशियां तब मिलती हैं जब व्यक्ति स्वयं आत्म मूल्यांकन कर कर्तव्य पर अपना सर्वश्रेष्ठ करने का प्रयास करता है।” प्राचार्य न केवल विद्यार्थियों के भाग्य विधाता होते हैं, बल्कि वे पूरे विद्यालय के लिए एक रोल मॉडल भी होते हैं। उनका परिश्रम ही पूरे स्टाफ को प्रेरित करता है। जब प्राचार्य परिश्रमी होते हैं तो उनके अधीनस्थ भी उसी ऊर्जा के साथ कार्य करते हैं।
पूरे वर्ष भर की विद्यालय में अध्ययन- अध्यापन की कार्ययोजना पर चर्चा करते हुए यशस्वी जशपुर की एक्टिविटीज के विद्यालय में क्रियान्वयन पर बात की। प्रत्येक कालखंड में अध्यापन, मूल्यांकन, नियमित उपस्थिति, प्रतिदिन के रिवीजन हेतु लर्निंग पॉइंट्स लिखते हुए विद्यार्थी दैनंदिनी लेखन पर भी विस्तृत रूप से बात की गई।
कार्यक्रम में यशस्वी जशपुर के संजीव शर्मा ,अवनीश पांडेय और संजय दास सहित सभी हाई एवं हायर सेकेंडरी विद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित रहे।