बेमेतरा. डीएवी नेशनल स्पोर्ट्स के संभाग स्तरीय तीन दिवसीय खेल प्रतियोगिताओं का आज समापन हुआ। यह आयोजन डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल नकटी सेमरा जगदलपुर के तत्वाधान में हुआ, जिसमें छत्तीसगढ़ के सभी जिलों से 96 स्कूलों के लगभग 1000 छात्र-छात्राओं ने विभिन्न 30 खेलों में हिस्सा लिया। अंडर 17 कबड्डी बालिका फाइनल में डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल जांता के बच्चों ने उल्नार की टीम को हराकर स्वर्ण पदक जीता।
तीन दिवसीय खेल का उद्घाटन मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप ने किया। वहीं
समापन समारोह के मुख्य अतिथि बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आई जी) पी सुंदरराज रहे। विशिष्ट अतिथि डीएवी संस्थान छत्तीसगढ़ के प्रमुख रीजनल ऑफिसर, क्षेत्रीय अधिकारी (प्रक्षेत्र अ) डीएवी नेशनल स्पोर्ट्स छत्तीसगढ़ जोनल कोऑर्डिनेटर प्रशांत कुमार रहे।
डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल जांता के प्राचार्य पीएल जायसवाल ने प्रेस वार्ता में बच्चों को बधाई व उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए बताया कि तीन दिवसीय खेलों में डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल जांता के बच्चों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जिसमें अंडर 17 कबड्डी बालिका फाइनल में क्लस्टर 2 डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल उल्नार को हराकर प्रथम स्थान प्राप्त करते हुए स्वर्ण पदक से सम्मानित हुए और नेशनल दिल्ली के लिए चयनित हुए।
खेल को खेल भावना से खेलना चाहिए : प्रशांत कुमार
छत्तीसगढ़ डीएवी प्रमुख रिजनल ऑफिसर प्रशांत कुमार ने बच्चों से कहा कि खेल को खेल भावना से खेलना चाहिए। खेल से हमारा मानसिक, शारीरिक व बौद्धिक गुणों का विकास होता है। खेलों में हार और जीत तो लगी रहती है। डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूलों को प्रमुख रूप से सर्वांगीण विकास के साथ आगे बढ़ाना मेरा एक सपना है। इन स्कूलों के सर्वांगीण विकास के लिए यह विभिन्न प्रकार के खेलों में जुड़ाव देखने को मिल रहा है। वास्तव में डीएवी स्कूलों व डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूलों के बच्चों ने बढ़-चढ़कर यह खेल प्रतियोगिता में भाग लेकर यह साबित कर दिया है कि हम किसी से कम नहीं है।
राज्य स्तरीय तीन दिवसीय खेल प्रतियोगिता के क्लस्टर एक के क्लस्टर इंचार्ज प्रमुख डॉ. बीपी साहू ने सभी छात्र-छात्राओं को बधाई व शुभकामनाएं दिए। स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ियों में कक्षा बारहवीं से प्रीति, कक्षा ग्यारहवीं से दामिनी, जानकी, दिलेश्वरी, दसवीं से अंजू,रागिनी, राधा, निशा, नवमी से उर्मिला व सातवीं से सुनीता ने अपने जीत का श्रेय अपने माता-पिता, प्राचार्य, शिक्षक सहित स्कूल खेल शिक्षक अखिलेश पटेल को दिया।