19 दिसंबर 1927 को काकोरी ट्रेन एक्शन जैसे (काकोरी कांड) के केस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए नव जवानों में नई ऊर्जा का संचार कर देशभक्ति की भावना जगाने वाले देश के महान शहीद क्रांतिकारी अशफाक उल्ला खान, रामप्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह ने अपने प्राणों की आहुति देश को अंग्रेजों की गुलामी से स्वतंत्र कराने के लिए दी थी ,
आज का दिन का “बलिदान दिवस” के रूप में जाना जाता है
19 दिसंबर, 1927 को अंग्रेजों द्वारा काकोरी कांड के आरोप में अलग-अलग जेलों में फाँसी दी गई थी, जिसे “काकोरी शहीद दिवस” के रूप में याद किया जाता है.
इस बलिदान दिवस पर AICC अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय संयोजक सिक्ख समाज के स.दलवीर सिंघ जस्सल एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुमन कुमार जैन द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि ऐसे महान क्रांतिकारियों के अदम्य साहस, त्याग और राष्ट्रप्रेम व देश की आजादी के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर करने वाले सच्चे देश प्रेमियों को पूरा देश याद रखेगा ।
ऐसे शूरवीरों को कोटि कोटि नमन . 💐🙏💐

