दुलदुला।
कलेक्टर रोहित व्यास की पहल पर जिले के स्वामी आत्मानंद और आईसीटी लैब युक्त स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए एआई प्रायोगिक शिक्षण कार्यशाला आयोजित कराई जा रही है। जिले में 1 सितंबर से ही कार्यशाला शुरू हो चुकी है।
शिक्षा विभाग के प्रभारी अधिकारी डिप्टी कलेक्टर प्रशांत कुशवाहा और जिला शिक्षा अधिकारी पी के भटनागर के निर्देश पर दुलदुला विकासखंड के सेजेस पतराटोली में 90 विद्यार्थियों के लिए तीन दिवसीय एआई प्रशिक्षण आयोजित हुआ। नवगुरुकुल फाउंडेशन की ओर से सुश्री रूजूता पाटिल एवं सुश्री शिवानी गोरखिया के द्वारा विद्यार्थियों को कंप्यूटर लैब में प्रशिक्षण दिया गया।
यशस्वी जशपुर के नोडल अधिकारी विनोद गुप्ता से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के आठ विद्यालयों में यह कार्यक्रम आयोजित कराया जाना है।
9 सितंबर से सेजेस पतराटोली में प्रारंभ हुए इस कार्यशाला के समापन दिवस पर यशस्वी जशपुर के अवनीश पांडेय उपस्थित हुए। एआई का प्रशिक्षण ले रहे हैं विद्यार्थियों से उन्होंने फीडबैक लिया।
सेजेस पतराटोली में कक्षा 9वी से 12वीं तक के विद्यार्थीयो के लिए आयोजित यह वर्कशॉप बीईओ हेमन्त नायक और बीआरसीसी दीपेंद्र सिंन्हा के मार्गदर्शन में संचालित हुआ।
प्रतिदिन 02 बैच में ट्रेनर्स ने विद्यार्थियों को एआई के बेसिक कॉन्सेप्ट्स और फंक्शनिंग के विषय में बताया। कंप्यूटर्स का उपयोग करते हुए छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी अवधारणाएँ आसान उदाहरणों और प्रायोगिक तरीकों से समझाई गईं। सत्र में प्री-टेस्ट और पोस्ट-टेस्ट का आयोजन भी किया गया। उन्हें यह भी समझाया गया कि एआई का इस्तेमाल नई-नई खोजों और अनुसंधान के लिए किया जा सकता है। साथ ही एआई से डिज़ाइन और रचनात्मक कार्यों को कैसे किया जा सकता है, इसकी भी जानकारी दी गई। भविष्य के निर्माण में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बड़ी भूमिका होगी और यह तकनीक शिक्षा, स्वास्थ्य और बैंकिंग जैसे क्षेत्रों में तेजी से उपयोगी साबित हो रही है।
वर्कशॉप में एबीईओ नरेश चौहान, प्राचार्य व्ही एक्का ,सीएससी अनंत गुप्ता, कंप्यूटर शिक्षिका आंचल गुप्ता सहित संस्था के शिक्षक उपस्थित रहे।