पत्थलगांव
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतिवर्ष गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में सक्रिय गणवेशधारी स्वयंसेवकों के साथ गुरु पूजन कर तन-मन-धन से समर्पण करता है , किंतु गुरु पूर्णिमा के दिन सामान्य जनों में अधिक व्यस्तता होने के कारण कुछ दिन के पश्चात ही नगर के सभी स्वयंसेवकों , प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से संघ विचारधारा से जुड़े बंधुओं के लिए गुरु पूजन कार्यक्रम आयोजित करता है
। इस वर्ष यह कार्यक्रम 15 जुलाई 2025 को आयोजित की गई । जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में छत्तीसगढ़ प्रांत के संगठन महामंत्री पवन साय पधारे एवं जिला संघ चालक मुरारी लाल अग्रवाल के मार्गदर्शन में कार्यक्रम पूर्ण हुआ ।
कार्यक्रम की शुरुआत स्वयंसेवकों के गुरु : परम पवित्र भगवा ध्वज के आरोहण से हुई ।
तत्पश्चात सामूहिक गीत , अमृत वचन कर उद्बोधन हेतु पवन साय जी को मंच पर आमंत्रित किया ।
पवन साय जी ने कहा ; राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ केवल एक संगठन ही नहीं , अपितु एक राष्ट्रवादी विचारधारा है । जो सदैव राष्ट्र के हित के विषय में सोचती है… संघ से जुड़ा व्यक्ति केवल बताता ही नहीं अपितु उसे अपने चरित्र में ढालता है वही वास्तविक स्वयंसेवक है । जिस प्रकार एक व्यवसाय यह सोचता है कि हमारा व्यवसाय दिन प्रतिदिन कैसे बढ़े इस प्रकार एक संघ का सच्चा स्वयंसेवक यह सोचता है कि संघ का कार्य किस प्रकार से उत्तरोत्तर वृद्धि करें । संघ का स्वयंसेवक समाज से जुड़ा हुआ रहता है एवं यही उसकी मूल धारणा है । यदि मैं अपने जीवन का एक वृतांत बताऊं तो , जब श्री राम मंदिर अयोध्या का निर्माण होना था । तब मुझे भी 100 व्यक्तियों से संपर्क करने का दायित्व दिया गया था । मैंने 200 व्यक्तियों से संपर्क किया और मुझे गर्व होता है कि ; मैंने श्री राम मंदिर के निर्माण में अपना गिलहरी सेवा प्रदान किया । यदि बात आती है सामाजिक सद्भाव के परिकल्पना की तो , यह कोई राजनीतिक पार्टी नहीं कर सकता या कोई और अन्य संगठन नहीं कर सकता , यह यदि कोई कर सकता है तो वह केवल और केवल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है ।
राष्ट्रहित के लिए प्रत्येक स्वयंसेवक को तन , मन और धन से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ इस पुनीत कार्य को करना चाहिए ।”
उद्बोधन के पश्चात सामूहिक गीत करते हुए प्रत्येक स्वयंसेवकों ने अपने सामर्थ्य के अनुसार राष्ट्रहित के कार्य को आगे बढ़ाने के लिए समर्पण किया । तत्पश्चात संघ प्रार्थना कर सभी स्वयंसेवक एवं नगर वासी बंधु स्वल्पाहार ग्रहण कर अपने-अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान किये…!!