स्मारिका – “अम्बेडकर युग” का विमोचन समारोह सम्पन्न, स्मारिका महत्वपूर्ण दस्तावेज एवं ग्रन्थ का रूप है। श्री नरेन्द्र सिंह तोमर – विधानसभा अध्यक्ष,
30 वर्षों से संस्थान का संचालन एवं अम्बेडकर युग का प्रकाशन – अभिनंदनीय कार्य है। श्री नितिन गडकरी – केंद्रीय परिवहन मंत्री,
स्मारिका – अम्बेडकर युग का विमोचन समारोह कान्हा फन सिटी होटल रॉयल हॉल भोपाल में मुख्य अतिथि डॉ. सत्यनारायण जटिया पूर्व केंद्रीय मंत्री भारत सरकार एवं सदस्य भाजपा राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड नई दिल्ली के कर कमलों से तथा श्री टी. एम. कुमार राष्ट्रीय संयोजक डॉ. अम्बेडकर महापरिनिर्वाण भूमि स्मारक कमेटी दिल्ली की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। समारोह का विषय प्रस्तुतीकरण श्री इंद्रेश गजभिये पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं स्मारिका के प्रकाशक – संपादक ने किया। विशेष अतिथि के रूप में श्री भवन नाथ पासवान, श्री विजय सिंह प्रेमी उ. प्र., श्री आर.के. बकोरिया संपादक टुडे रवि संदेश पत्रिका, श्री एच. बी. जांगड़े संपादक निराली सोच पत्रिका थे। डॉ. जटिया ने स्मारिका को इतिहास के लिये धरोहर एवं अम्बेडकर मिशन के लिये प्रेरणादायी बताया। स्मारिका के लिये प्रेषित संदेश में श्री नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा अध्यक्ष म. प्र., ने स्मारिका को एक संग्रहणीय ग्रन्थ के रूप में दस्तावेज बताया। उन्होंने कहा कि “डॉ. अम्बेडकर स्मृति परिसर मुद्रण एवं प्रकाशन संस्थान ” पिछले 30 वर्षों से सराहनीय कार्य कर रहा है। श्री नितिन गड़करी केंद्रीय परिवहन मंत्री ने संदेश में कहा कि श्री इंद्रेश गजभिए द्वारा संचालित अम्बेडकर संस्थान 30 वर्षों से निरंतर अम्बेडकर जी के विचारों एवं स्मृति का प्रचार – प्रसार कर रहा है तथा अम्बेडकर युग पत्रिका का प्रकाशन किया जाना अभिनंदनीय कार्य है। डॉ. वीरेंद्र कुमार केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री ने संदेश में कहा कि समता – स्वतंत्रता और बंधुत्व की स्थापना के लिये बाबा साहब अम्बेडकर के अदम्य साहस के कार्य है। श्री इंद्रेश गजभिये जी के इस पुनित कार्य करने के लिये मैं बधाई – शुभ कामनाये देता हूं। श्री इंदर सिंह परमार उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि संस्थान से प्रकाशित यह स्मारिका देश – विदेश में पढ़ी जाती है। संस्थान के कार्य प्रशंसनीय हैं। समारोह में श्री अनिल सोनी, ओम जटिया श्री आर.आर. वामनकर पूर्व एडिशनल कलेक्टर , श्री रवि पटले पूर्व एडिशनल कलेक्टर सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे। श्री इंद्रेश गजभिये ने स्मारिका के अध्ययन करने के पश्चात अनेक केंद्रीय एवं राज्य के के मंत्रियों द्वारा भेजी गई प्रशंसा पूर्वक प्रतिक्रिया एवं संदेश के लिये सभी के प्रति धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया।