रायगढ़
केलो बचाओ आंदोलन के सूत्रधार,मार्गदर्शक,स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व रामकुमार अग्रवाल जी की पुण्यतिथि पर पीपी न्यूज़ परिवार की ओर से शत शत नमन

श्री रामकुमार अग्रवाल जी का जन्म रायगढ़ रियासत में 1 जनवरी सन् 1924 को हुआ था। उनके पिता का नाम श्री लक्ष्मण नारायण तथा माता का नाम श्रीमती सरस्वती देवी था।
सन् 1942 की क्रांति से प्रेरणा पाकर सन् 1943 में अग्रवाल नवयुवक संघ की स्थापना रायगढ़ में हुई जिसके अध्यक्ष श्री पुरुषोत्तम दास अग्रवाल तथा मंत्री रामकुमार अग्रवाल थे।
इस सभा का उद्देष्य रायगढ़ रियासत में राजनीतिक जागृति का प्रसार करना था। 20 जनवरी सन् 1946 में पं. जवाहरलाल नेहरु ने ट्रेन से जाते हुये प्लेटफार्म में रियासत के युवाओं को सम्बोधित किया था, यह भाषण श्री रामकुमार अग्रवाल जी ने भी सुना। 7 अक्टूबर सन् 1946 को यहां के राजा चक्रधर सिंह ने आंदोलन से प्रभावित होकर रियासत में असेम्बली की स्थापना की घोषणा की। इसी दिन प्रगतिषील नागरिक संघ जो बाद में स्टेट कांग्रेस के रुप में परिवर्तित हो गयी। इसमें श्री रामकुमार अग्रवाल मंत्री बनाये गये।
रियासत के राजा संघ में विलय का विरोध कर रहे थे तब श्री रामकुमार अग्रवाल ने श्री किशोरी मोहन त्रिपाठी के साथ कटक जाकर 14 अगस्त सन् 1947 को सरदार पटेल से मुलाकात कर राज्य के विलय की मांग की थी।
इसके पष्चात् सक्ति रियासत के राजा लीलाधर सिंह ने विलय से इंकार कर दिया अतः रामकुमार अग्रवाल ने सक्ति रियासत में पहुंचकर आंदोलन का नेतृत्व किया। वे सक्ति रियासत के विलिनिकरण सर्वोच्च समिति के सक्रिय सदस्य घोषित किये गये।

30 नवम्बर सन् 1947 को रायगढ़ के टाऊन हाल के सामने सक्ति के विलीनीकरण के लिये विशाल आम सभा का आयोजन किया गया । रायगढ़ स्टेट के दमनात्मक कार्यवाही के कारण अग्रवाल जी को भूमिगत हो जाना पड़ा था। इस आंदोलन के नेतृत्व करते हुये अग्रवाल जी गिरफ्तार कर लिये गये थे। किंतु आन्दोलन की उग्रता के कारण राजा लीलाधर को जनता के मांग को स्वीकार करना पड़ा और उसने दिसम्बर सन् 1947 से विलिनिकरण के लिये कार्यवाही शुरु कर दी। कुछ समय पष्चात् यह आंदोलन स्वयं ही स्थगित हो गया और अग्रवाल जी मुक्त कर दिये गये।
आप 1956 से1969 तक रायगढ़ जनपद सभा के अध्यक्ष रहे ऐसी दौरान 1957 में पहली बार आप रायगढ़ के विधायक चुने गए और 1980 तक 4 बार रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया
आप रायगढ़ जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के संस्थापक एवम अध्यक्ष रहे
आपका जीवन संघर्ष एवम गांधीवादी विचारधारा से जुड़कर समाजवादी रहा
1947 में विलीनीकरण के आंदोलन में आपको जेल यात्रा भी करनी पड़ी,
रायगढ़ की जीवन दायिनी केली बचाओ आंदोलन के आप सूत्रधार रहे तथा वर्षों तज इसके लिये संघर्ष किया
आप सदैव क्षेत्र के जल,जंगल,जमीन को बचाने संघर्ष रत रहे और किसी भी स्थिति में शासन,प्रशाशन,उद्योगपति किसी से समझौता नही किया
मप्र में आप परिवहन निगम के चेयरमैन भी रहे
सोवियत भारत मैत्री संघ के आप सदस्य भी रहे
एकता परिषद व गांधी सेवा आश्रम से जीवन पर्यंत जुड़े रहे
रायगढ़ ही नही अविभाजित मध्यप्रदेश में आपके संघर्ष को सदैव याद किया जाता है,रायगढ़ के गाँव गाँव मे आज भी उनके अनेक पुराने साथी गर्व से संघर्ष गाथाओं को बयान करते है,
श्री रामकुमार अग्रवाल जी का देहावसान 28 मार्च सन् 2010 को हो गया। उनकी पुण्यतिथि पर सादर नमन
रविन्द्र सिंह भाटिया पत्थलगांव
(यह लेख स्व रामकुमार अग्रवाल जी के जीवन के अनेक संग्रहों,तथा उनके सहयोगी गणेश कक्षवाहा जी,राजकुमार गुप्ता जी द्वारा समय समय पर लिखे संदर्भो से लिया गया है,लेखक स्वयं भी उनके जीवंत संपर्क में रहा है)त्रुटियों के लिए खेद है
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