मैं आपातकाल के काले अत्याचार का साक्षी हूँ-रामविचार नेताम, रणविजय,गोमती,ने भी आपातकाल को काला अध्याय बताया

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जशपुर—भारतीय जनता पार्टी जिला जशपुर द्वारा वशिष्ट कम्युनिटी हाल जशपुर में राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम के मुख्य आतिथ्य में एवं सांसद गोमती साय और पूर्व राज्यसभा सांसद राजा रणविजय सिंह जूदेव के उपस्थिति में आपातकाल के काले अध्याय को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से आज संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

रामविचार नेताम ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा पार्टी के लिये राष्ट्र प्रथम है उसके बाद पार्टी । उन्होंने कहा कि मैं आपातकाल के काले अत्याचार का स्वयं साक्षी हूँ ।


इंदिरा गांधी के निर्वाचन को चुनौती देते हुए राजनारायण ने इलाहाबाद हाइकोर्ट में याचिका दायर कर दी । कोर्ट ने श्रीमती गांधी के निर्वाचन को अवैध ठहराते हुए उन्हें 6 साल के लिये चुनाव लड़ने के लिये अयोग्य घोषित कर दिया । कोर्ट का फैसला आने के बाद पद छोड़ने के डर से प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आधी रात को बिना कैबिनेट की मंजूरी के देश मे आपातकाल का काला अध्याय थोप दिया । विपक्ष व गैर कांग्रेसी नेताओं को बिना किसी अपराध के जेल में डाल प्रताड़ित किया जाने लगा । देश भर में सूचनाओं के प्रचार प्रसार पर प्रतिबंध लगा दिया गया । आपातकाल में हम लोगो तक समाचार पहुंचाने के लिये घर के बाहर पम्पलेट चिपका देते थे । श्री नेताम ने बताया कि मीसा कानून में गिरफ्तार हुए लोगों के घर में खाने के लाले पड़ गए थे । सभी गिरफ्तार नेताओ को पेरोल मिलती थी परंतु मीसा बंदियों को पेरोल नही मिला । जेल में मीसा बंदियों को कंकड़ वाला घटिया खाना दिया जाता था ।


एक दिन
जेल में मीसा बंदियों को बेवजह लाठियों से पीटा गया, प्रताड़ित किया गया । पुलिस की पिटाई से कुछ लोगो के हाथ, पॉव, सिर फूट गया । जेल से बाहर आने के बाद कई मीसा बंदी स्थाई रूप से अपंग व बीमार हो गए ।
प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी इतने दम्भ में थी कि जेल में बन्द विपक्षी नेताओं के बिना चुनाव के लिये तैयार हो गई । जेल में ही जनता पार्टी का गठन हुआ जिसने 1977 में इंदिरा गांधी को बुरी तरीके से पराजित किया । जनता ने कांग्रेस को आपातकाल के काले अध्याय के लिये देश भर में नकार दिया । उत्तर भारत मे कांग्रेस साफ हो गई । कांग्रेस ने आपातकाल के लिये किसी से माफी नही मांगी । आज फिर से
कांग्रेस में आपातकाल की विचारधारा वाली ताकत फिर से जाग गई है । हम ऐसे वट वृक्ष की छाया में है जहाँ हम राष्ट्र की सेवा के लिये अपना त्याग कर सकते है ।


आगे श्री नेताम ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद प्रदेश में मीसा बंदियों को मिलने वाली सम्मान निधि को बन्द कर दिया और आज भुपेश बघेल कोर्ट के आदेश को उसी तरह नकार रहे है जैसे 1975 में इंदिरा गांधी ने नकारा था । भूपेश बघेल को डर है कि अगर वो मीसा बंदियों की पेंशन वापस बहाल करेंगे तो उनके आका सोनिया गांधी व राहुल गांधी नाराज हो जाएंगे ।

सांसद गोमती साय ने संबोधित करते हुए कहा कि इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को चुनाव में अनैतिक आचरण व प्रलोभन देकर चुनाव जितने के आरोप में श्रीमती गांधी के चुनाव को रद्द कर उन्हें 6 साल चुनाव लड़ने के लिये अयोग्य ठहराने के बाद श्रीमती गांधी बौखला गई और अपने आप को सत्ता में बरकरार रखने के लिये तानाशाही रवैया अपनाते हुए 25 जून की आधी रात को देश मे आपातकाल लाद दिया । लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाते हुए चुनाव रद्द कर दिए गए, विपक्षी नेताओं की आवाज दबाने के लिये उन्हें जेल में ठूंस दिया गया मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया गया । लोगो तक आपातकाल की सूचनाएं पहुंचने से रोकने के लिये अखबार के दफ्तरों की बिजली टेलीफोन कनेक्शन काट दिए गए । कांग्रेस की मानसिकता हमेशा से बांटने की रही है । कांग्रेस लोकतांत्रिक नही बल्कि लोकतंत्र की हत्यारी पार्टी है । संविधान से हमारा देश चलता है और कांग्रेस ने आपातकाल लगाने के लिये संविधान को मामूली किताब बना कर रख दिया ।

राजा रणविजय सिंह जूदेव ने संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा विभाजनकारी ताकतों के साथ गठबंधन किया है । कांग्रेस ने अपने खिलाफ उठने वाली हर आवाज का दमन करने का कार्य किया है । गुंडागर्दी, भ्रष्टाचार, अत्याचार के कांग्रेस के मूल में है। आपातकाल में कांग्रेस को चलाने वाले मा बेटे थे और आज भी कांग्रेस को चलाने वाले मा-बेटे है । कांग्रेस पार्टी में कभी लोकतंत्र रहा है नही है । ये एक पारिवारिक पार्टी है ।

संगोष्ठी का संचालन जिला महामंत्री द्वय ओमप्रकाश सिन्हा व सुनील गुप्ता ने किया और आभार प्रदर्शन जिला मंत्री देवधन नायक ने किया। संगोष्ठी कार्यक्रम में जशपुर के मीसा बंदियों को श्रीफल व शाल देकर सम्मानित भी किया गया।

उक्त बातों की जानकारी देते हुए जिला भाजपा के मीडिया प्रभारी फैज़ान सरवर खान ने बताया कि
कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रदेश कार्यसमिति सदस्य नरेश नंदे, जिला भाजपा अध्यक्ष रोहित साय, जिला पंचायत अध्यक्ष रायमुनि भगत, जिला पंचायत उपाध्यक्ष उपेन्द्र यादव, विक्रमादित्य सिंह जूदेव, नगरपालिका अध्यक्ष नरेश साय, उपाध्यक्ष नगरपालिका राजू गुप्ता, रूपेश सोनी,नीतिन राय, अमन शर्मा, शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, यशप्रताप सिंह जूदेव,गोपाल कश्यप, अवधेश गुप्ता, संतोष सिंह, राजकपूर भगत, सज्जू खान, अरविंद भगत, टुन्नू सोनी,दीपक गुप्ता, मुकेश सोनी,निखिल गुप्ता, राहुल गुप्ता, अमित साय, दीपु मिश्रा, अभिषेक मिश्र, राजा सोनी, एवं मोर्चा प्रकोष्ठ के जिला, मण्डल पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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