जल्द ही खदान में ठेका कंपनियों के खिलाफ़ मजदूरों के हित में उग्र आंदोलन करेंगे युवा नेता नवल राठिया
असलम खान ब्यूरो हेड धरमजयगढ़
आपको बता दें कि छाल क्षेत्र में खुली खदान संचालित है. जिसमें शिवम् नामक ठेका कंपनी जो की यहाँ मिट्टी निकालने का काम करती है के सम्बन्ध में क्षेत्र के समाजसेवी एवं युवा नेता नवल राठिया ने बताया की हमें शिकायत मिली है, कि कंपनी में श्रमिकों से नियम विपरीत 12-12 घंटे काम लिया जा रहा है. जबकि शासन के निर्देशानुसार श्रमिकों को 8 घंटे ड्यूटी करने का आदेश है. साथ ही शिवम कंपनी में नियमों को अनदेखा कर श्रमिकों को निर्धारित वेतनमान नहीं दिया जा रहा है, जिससे कि हमारे श्रमिक भाई मजबूत नहीं हो पा रहे हैं और ऐसा करके शिवम कंपनी उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है.विदित हो शिवम कंपनी द्वारा कार्य के दौरान खदान के अंदर हुए दुर्घटनाओं को कई बार छुपाया भी है चाहे वह किसी श्रमिक की मृत्यु का मामला हो या खदान के अंदर किसी मशीन के जल जाने का मामला हो शिवम कंपनी अपने इन नाकामियों को छुपाने की हर संभव कोशिश करती आई है.
मगर अब क्षेत्र के युवा नेता नवल राठिया ने इन सभी कंपनियों को चेतावनी दी है कि यदि श्रमिकों का कार्य समय 12 घंटे से 8 घंटे नहीं किया गया और श्रमिकों को निर्धारित वेतनमान जैसा की अकुशल श्रमिक को ₹514 अर्ध कुशल श्रमिक को ₹548 कुशल श्रमिक को ₹598 और कुशल श्रमिक को ₹600 देने का प्रावधान है.लेकिन बड़ी विडंबना है शिवम कंपनी द्वारा शासन के नियमों का अनदेखी कर सभी को श्रमिकों को 270 रुपये और ₹300 के हिसाब से वेतनमान दिया जा रहा है जिससे कि वह करोड़ों रुपए अपने खाते में भर रहा है.
मिली जानकारी मुताबिक छाल खदान के साथ-साथ शिवम कंपनी का ठेका बरोद खदान में भी है.यहाँ भी इस कंपनी द्वारा भारी अनियमितता बरती जा रही है. युवा नेता ने बताया क्षेत्र की जनता और जितने श्रमिक भाई रात मेहनत कर शोषण का शिकार हो रहे हैं ,सभी ठेका कंपनियों को नवल राठिया द्वारा चेतावनी दी गई है कि यदि वह श्रमिकों का वेतन मान आधारित वेतनमान के हिसाब से नहीं देते और श्रमिकों का कार्य समय 12 घंटे से 8 घंटे नहीं करते तो वह सभी ठेका कंपनियों के खिलाफ पुरज़ोर विरोध व उग्र आंदोलन करेंगे. जिसकी समस्त जवाबदारी ठेका कंपनी शिवम और एसईसीएल की होगीl नवल राठोय ने सब एरिया मैनेजर और महाप्रबंधक को पत्र व्यवहार कर उक्त मांग को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए आग्रह किया है.और मांग पूरा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.