जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा कुनकुरी के स्कूलों का भ्रमण -अनुपस्थित एवं अपने कार्य के प्रति लापरवाही पाये गये शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस
दिनाॅंक 13 फरवरी को कुनकुरी विकास खण्ड के विभिन्न स्कूलों का जिला शिक्षा अधिकारी एन कुजूर एवं यशस्वी जशपुर के नोडल अधिकारी विनोद गुप्ता द्वारा सघन भ्रमण किया गया और 10 वीं तथा 12 वीं के विद्यार्थियों को अपनी क्षमता का पूरा उपयोग कर बेहतर प्रदर्षन करने हेतु अभिप्रेरित किया।
शा0 उ0 मा0 वि0 केराडीह, नारायणपुर, बासनताला, कन्या नारायणपुर, सेन्द्रीमुन्डा के विद्यार्थियों को जो बोर्ड परीक्षा देंगे उन्हें प्रेरित कर परीक्षा में बेहतर प्रदर्षन के लिए टिप्स भी दिये गये। सभी विद्यालयों में प्राचार्य के साथ ही समस्त शिक्षकों के द्वारा अपने-अपने विषय पर किये जा रहे कार्यों की गहन समीक्षा की गई। सभी विषय शिक्षकों के प्री बोर्ड-1 परीक्षा परिणाम की भी समीक्षा की गई ।
मिशन 40 डेज के तहत किये गये कार्यों की समीक्षा करते हुए सभी शिक्षकों को प्रेरित किया गया कि वे 24 फरवरी तक समस्त गतिविधियों का निष्पादन गुणवत्ता के साथ करें । अभी भी प्रत्येक स्कूलों में 10 वीं और 12 वीं के 5 से 10 प्रतिशत कम अच्छे विद्यार्थी रह गये हैं, जिन पर ज्यादा फोकस करने का निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा दिया गया ।
भ्रमण के दौरान प्राथमिक शाला पतराटोली, जामचुंआ, नारायणपुर और गिनाबहार संकुलों के विभिन्न प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शालाओं का औचक निरीक्षण कर शिक्षा की गुणवता का परीक्षण किया गया। बच्चों से लिये गये फीडबैक के आधार पर प्राथमिक शाला पतराटोली एवं प्राथमिक शाला जामचुॅवा में शिक्षा का स्तर अपेक्षित स्तर का नहीं होने के कारण वहां पदस्थ शिक्षक श्री ब्रम्हदत राम, श्री मंगलेष्वर राम, श्रीमती मारिया गौरती, श्रीमती मनोरमा टोप्पो को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। संकुल समन्वयक गिनाबहार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। पूर्व माध्यमिक शाला जामचुॅवा एवं पूर्व माध्यमिक शाला गिनाबहार के प्रधान पाठकों को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
अंत में कुनकुरी विकासखण्ड में समस्त शासकीय और अशासकीय विद्यालयों के प्राचार्यों की समीक्षा बैठक जनपद कार्यालय के सभागार में ली गई जिसमें एक-एक प्राचार्यों से उनके विद्यालयों में बोर्ड परीक्षा को लेकर किये जा रहे तैयारी के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई । जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा सभी प्राचार्यों को शत प्रतिशत परीक्षा परिणाम लाने हेतु पूरे स्टाफ के साथ समन्वय स्थापित कर विद्यार्थियों के हित में अपना सर्वोत्कृष्ट देने के लिए प्रेरित किया गया । समीक्षा बैठक में विकासखण्ड के समस्त प्राचार्य, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, बी.आर.सी. एवं सभी एच.एम. उपस्थित रहे ।