जानवरो को आवारा छोड़ने वाले मालिको पर भी कार्यवाही हो, आवारा पशु बन रहे परेशानी का सबब
पत्थलगांव
जितेंद्र गुप्ता
लावरिस हालत में मूक पशुओ को छोड़ लापता हुए मालिक
बीते एक सप्ताह से जशपुर रोड़ थाना के सामने एन एच 43 में एक बैल जिसका पैर टूट चुका है वो बेसहारा होकर सड़क में पड़ा हुवा है और इसके मालिक का दूर दूर तक कही पता ही नही है पशुओ के मालिक सड़को में अपने अपने गायो को घूमने के लिए तो आराम से छोड़ देते है और परेशानी राहगीरों से लेकर बाइक चलाने से लेकर बड़ी गाड़ी वालो को होता है कई बार तो सड़कों में चल रहे गाड़ियों के चपेट में आने से वे गाय दुर्घटना के शिकार भी हो जाते है और फिर जिनके घरो के आगे ये गाय होते है उनको परेशानी बढ़ जाती है फिर उन पशुओ की देखभाल से लेकर उनका टिटमेंट उन्हें ही कराना होता है जबकि सबसे पहली बात तो इन गायो को सड़कों में छोड़ना ही नही चाहिए जिससे ये बात ही निर्मित न हो और नगरपंचायत को भी ध्यान देकर सड़को में घूम रहे सभी आवारा पशुओ को कांजी हाउस में भेज कर तगड़ा जूर्माना वसूलना चाहिए तब जाकर आवारा पशु को छोड़ने वालो मालिको को पता चले की पशुओ को आवारा छोड़ देने से क्या होता है पर पत्थलगांव की नगरपंचायत तो कोई काम की है ही नही पत्थलगांव नगरपंचायत को तो प्रभारी सीएमओ के भरोसे छोड़ दिया गया है कहि कोई जिम्मेदारी है ही नही और है तो समझना नही चाहते आखिर क्या कारण है कि प्रशाशन भी मौन होकर तमासा देखता रहता है नगरपंचायत के अइसे लापरवाह कर्मचारियो अधिकारियों के ऊपर सख्त कार्यवाही की जाने की आवश्यक्ता है तब पता चले कि अपने कर्तब्य निर्वहन की जिम्मेदारी क्या होती है