मुख्यमंत्री के साथ शिक्षाकर्मियों की वार्ता विफल !….शिक्षाकर्मी बेमियादी हड़ताल पर ….संविलियन पर नहीं बनी बात*
रायपुर
✍मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद भी आखिरकार शिक्षाकर्मियों ने हड़ताल का ऐलान कर ही दिया। आज देर शाम मुख्यमंत्री के साथ बातचीत के बाद शिक्षाकर्मी संगठनों ने बिना किसी ठोस फैसले के हड़ताल से पीछे हटने का इरादा टाल दिया। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया था कि शिक्षाकर्मियों पर अधिकांश मांगों पर सरकार विचार करेगी, लेकिन संविलियन के मुद्दे पर सरकार को अभी कुछ वक्त और लगेगा। बावजूद शिक्षाकर्मियों ने हड़ताल पर अड़े रहने का फैसला किया है। हालांकि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाने का फैसला लिया गया है.. जो तीन महीने में शिक्षाकर्मियों की मांगों पर विचार करके फैसला लेगी। संकेत हैं कि शिक्षाकर्मियों के सांतवे वेतनमान की मांगों पर सरकार विचार किया जा सकता है। लेकिन हड़ताल के ऐलान के बाद पूरा मामला फिर से पेंडिंग में जा सकता है।
इससे पहले पंचायत विभाग के प्रमुख सचिव एमके राउत के साथ शिक्षाकर्मियों की तीन घंटे की मैराथन बैठक हुई, बैठक में संविलियन के मुद्दों को छोड़कर सचिव स्तर के अधिकारी सहमत हो गये। लेकिन शिक्षाकर्मियों का मुख्य मुद्दा सिर्फ और सिर्फ संविलियन था.. लिहाजा सचिव स्तर के वार्तामंडल ने पूरा मामला मुख्यमंत्री के हवाले कर दिया।
मुख्यमंत्री ने शिक्षाकर्मियों को आश्वस्त किया है कि उनकी तमाम मांगों पर सरकार विचार करने को तैयार है, लेकिन इस वक्त हड़ताल से बच्चों को काफी नुकसान होगा..साथ ही कई सरकार के काम भी प्रभावित होंगे। इसलिए जनहित में उन्हें हड़ताल को टाल देना चाहिये। लेकिन शिक्षाकर्मियों ने सरकार के आश्वासन को स्वीकार नहीं किया..और हड़ताल पर अड़े रहने का फैसला लिया।