कोरबा में प्रदूषण चिंताजनक, एलीफेंट रिजर्व से भविष्य में आएगी कमी 0 पहाड़ी क्षेत्रों में विण्ड एनर्जी पर काम होना चाहिए 0 डीएमएफ से स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल पर होगा बेहतर काम
छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने आज कोरबा प्रवास पर मीडिया से चर्चा करते हुए प्रदूषण के मामले में कोरबा को दुनिया के प्रदूषित शहरों में 17 वें स्थान पर दर्ज होने को चिंताजनक बताया।
बढ़ते प्रदूषण के लिए प्रमुख रूप से कोयला और विद्युत संयंत्रों से उत्सर्जित राख को कारण बताते हुए कहा कि कोरबा में अब और खदान तथा प्लांट नहीं लगने चाहिए।
डॉ. महंत ने कहा कि केन्द्र की सरकार में रहते हुए उन्होंने नीरी नामक सरकारी संस्था को प्रदूषण की रोकथाम के लिए उपायों के बारे में लिखा था। यदि इस पर अमल होता तो प्रदूषण का स्तर इस कदर नहीं बढ़ता।
उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में प्रदूषण के कारण हसदेव कमांड एरिया को कटने नहीं देंगे। ग्राम लेमरू में 1995 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के ग्रीन बेल्ट में हाथी अभ्यारण्य खुलने से यहां के पेड़-पौधों, पर्वत व नदियों का बचाव होने से आगामी भविष्य में जिले के प्रदूषण स्तर में काफी कमी होने की संभावना डॉ. महंत ने व्यक्त कर कहा कि एलीफेंट रिजर्व प्रदूषण से बचाने में सहायक होगा।
डॉ. महंत ने कहा कि कोरबा जिले के पहाड़ी क्षेत्रों में विण्ड एनर्जी लगाने के पक्षधर हैं ताकि पहाड़ों पर बसी आबादी को हवा से ऊर्जा प्राप्त हो सके। आगामी चुनावों के संदर्भ में कहा कि सभी एकजुट है।
जाति के मामले पर कहा कि यह मामला लंबे समय से न्यायालय में लंबित रहा, व्यक्ति विशेष कभी भी टारगेट में नहीं रहा और कोर्ट के फैसले पर सब कुछ निर्भर है।
जिला खनिज संस्थान न्यास के बारे में कहा कि इस मद का उपयोग कोरबा जिले में स्वास्थ्य, शिक्षा व पेयजल के साथ खनिज प्रभावित क्षेत्रों का बेहतर विकास कर लाभान्वित करने की कार्ययोजना बनाकर किया जाएगा। इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी कहा गया है। जिले में सड़कों की हालत को आने वाले समय में तेजी से सुधरने के लिए डॉ. महंत ने आश्वस्त किया।