शुद्ध पेयजल के लिए 100 गांवों में लग रहे सोलर पंप
जषपुरनगर 03 जुलाई 2019/ जशपुर जिले में ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए विशेष योजना के तहत् 100 गांवों में सोलर ड्यूल पंप लगाए जा रहे है। इसमें से अधिकांश गांव पेयजल समस्या मूलक वाले गांव है। बगीचा के पाठ इलाके की बसाहटों में पेयजल की समस्या को देखते हुए प्राथमिकता के आधार पर सोलर ड्यूल पंप स्थापित किए जा रहे है। छत्तीसगढ़ शासन के क्रेडा विभाग की विशेष योजना के तहत् यह स्वीकृति जिला प्रशासन के विशेष आग्रह पर मिली है।
कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने बताया कि पाठ इलाके के अधिकांश गांव में भू-जल स्तर 250 से 300 फीट नीचे होने की वजह से वहां हैण्डपंप अक्रियाशील हो जाते है। इस स्थिति को देखते हुए पाठ इलाके के गांवों में सोलर पावर ड्यूल पंप प्राथमिकता के आधार पर लगाए जा रहे है। इसके लिए ग्राम पंचायतों को मात्र 75 हजार रुपए का अंशदान क्रेडा को करना होता है। उन्होंने बताया कि 1 सोलर ड्यूल पंप की स्थापना पर 5.68 लाख रुपए खर्च होता है। ग्राम पंचायतों के अंशदान के अलावा 4.93 लाख रुपए की राशि क्रेडा द्वारा वहन की जाती है। क्रेडा के कार्यपालन अभियंता श्री एस.के.बंजारे ने बताया कि योजनांतर्गत सोलर पावर ड्यूल पंप से जलापूर्ति के लिए 6 मीटर हाईट का स्ट्रक्चर बनाकर उसपर 5 हजार लीटर की क्षमता वाली टंकी स्थापित की जाती है। पंप एक एचपी और 900 वॉट का क्षमता का होता है। पेयजल आपूर्ति के लिए टंकी से पानी स्टैण्ड पोस्ट में चार नल टेप लगाकर किए जाने की व्यवस्था की जाती है। उन्होंने बताया कि इस विशेष योजना के तहत् अब तक 27 स्थानों पर पेयजल की आपूर्ति के लिए सोलर पंप स्थापित किए जा चुके है। शेष स्थानों पर सोलरपंप स्थापना का कार्य तेजी से कराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मनोरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत रजला के आश्रिम ग्राम मुटू में इस योजना के अंतर्गत स्थापित सोलरपावर पंप से ग्रामीणों को सहजता से पेयजल की आपूर्ति होने लगी है। सरपंच श्रीमती उषा भगत ने बताया कि सोलर पंप लग जाने से अब गांव के पहाड़ी पर बसे परिवारों को भी आसानी से पेयजल उपलब्ध होने लगा है। सरपंच सहित गांव की श्रीमती सरिता बाई, कोईली बाई एवं अन्य महिलाओं ने पेयजल समस्या के निदान के लिए शासन प्रशासन की ओर से की गई पहल पर प्रसन्नता जताते हुए आभार जताया है।